Description:गर ना समझें तो यह महज़ एक कहानी है, एक किताब है... बाकी और किताबों की तरह, जिसे आप पढ़ते हैं और भूल जाते हैं। समझें तो एक कोशिश... उस शय को समझने की जिसे लोग प्यार कहते हैं। आखिर क्या है इस एक अदने से शब्द में जिसे समझने के लिए लाखों कहानियां गढ़ी गई, कही गई और सुनी गई। लेकिन इसे समझने की कोशिश अभी भी जारी है। कहानी की शुरूआत होती है नील से। किस तरह से एक छोटे से शहर का सीधा-साधा सा लड़का यूनिवर्सिटी में आता है और उसकी चकाचौंध में खो जाता है। पहले ही दिन उसकी मुलाकात होती है रणवीर से – यूनिवर्सिटी का सबसे रूआबदार लड़का। दोनों दोस्ती से कुछ आगे बढ़कर एक दुसरे को भाई समझने लगते है। इसी बीच नील को प्यार हो जाता है – सच्चा प्यार, अदिती से। प्यार रणबीर को भी होता है – रिया से, लेकिन एकतरफा प्यार। परिस्थितियां कुछ यूं करवट लेती हैं कि रिया आत्महत्या कर लेती है और जाने से पहले अपनी हत्या का इल्ज़ाम लगा जाती है नील पर। क्या नील रणबीर को अपने बेगुनाह होने का यकीन दिलवा पाता है?क्या होता है जब आपका सबसे अच्छा दोस्त आपका सबसे बड़ा दुश्मन बन जाता है?क्या होता है जब प्यार सनकपन की सभी हदें पार कर जाता है?क्या होता है जब आपको प्यार और ज़िंदगी में से किसी एक को चुनना पडता है?कहानी या यूं कहें की कोशिश जारी रहती है प्रेम के सबसे सच्चे और सुच्चे स्वरूप को जानने की। क्या नील और अदिती का प्रेम उस स्वरूप को हासिल कर पाता है? क्या दोनों एक हो पाते हैं? जवाब आपके हाथों में है – “रूह से – रूह तक”We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with रूह से रूह तक [Rooh Se Rooh Tak]. To get started finding रूह से रूह तक [Rooh Se Rooh Tak], you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed. Our library is the biggest of these that have literally hundreds of thousands of different products represented.
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